सौरमंडल (Solar System)- Part-1
Competitive Geography topic – “सौरमंडल (Solar System)”, is important for all competitive exams like: CET (Common eligibility Test), SSC CGL, SSC CHSL, RRB NTPC, UPSC and for other state civil services exams. In these exams, almost 4-5 questions are coming from Geography. Let’s start the topic:
सौरमंडल
(Solar System)
सूर्य और उसके चारों ओर परिक्रमा करने वाले ग्रहों (8), उपग्रहों, धूमकेतुओं, क्षुद्रग्रह, उल्काओं और अन्य आकाशीय पिंडों के समूह को सौरमंडल कहते हैं। पूरे सौरमंडल के ऊर्जा और प्रकाश का स्रोत सूर्य है।
- सौर मंडल का सबसे बड़ा तारा सूर्य है।
- सौर मंडल में सूर्य और वह खगोलीय पिंड एक दूसरे से गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा बंधे है।
- सौर मंडल में 8 ग्रह है, जिनका का रंग उनमें उपस्थित तत्वों के अनुसार दिखाई देता है।
- सौरमंडल की खोज पौलैंड के खगोल शास्त्री कोपरनिक्स ने की थी। इन्होनें इस सिद्धांत को मान्यता दी कि सौरमंडल के केंद्र में सूर्य है न कि पृथ्वी।
सूर्य (SUN):
सूर्य एक तारा हैं, जिसका आकर सौरमंडल में सबसे बड़ा है।
- सूर्य हाइड्रोजन 71%, हिलीयम 26.5%, अन्य तत्व 2.5% से मिलकर बना है।
- सूर्य और पृथ्वी के मध्य न्यूनतम दूरी 14.70 करोड़ किमी है, इस दूरी को “उपसौर” कहा जाता है और यह दूरी 3 जनवरी को न्यूनतम होती है।
- सूर्य और पृथ्वी के मध्य अधिकतम दूरी 15.21 करोड़ किमी है, जिसे “अपसौर” कहा जाता है, 4 जुलाई को यह दूरी अधिकतम (maximum) होती है।
- सूर्य का व्यास लगभग 13,92,000 किमी है, जो पृथ्वी के व्यास का लगभग 110 गुना है।
- सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में 8 मिनट 20 सेकंड में पहुँचता हैं।
- सूर्य में परमाणु संलयन अभिक्रिया (atomic fusion) के कारण उर्जा उत्पन्न होती है।
- सूर्य की बाहरी सतह को “प्रकाश मंडल” कहते है। सूर्य कि बाहरी सतह का तापमान 6000 (डिग्री सेल्सिअस) होता है।
- सूर्य का केन्द्रिय भाग को “क्रोड़” (core) कहा जाता है, जिसका तापमान 1.5 x होता है।
- सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी से 28 गुना ज्यादा है।
- सूर्य ग्रहण के समय जो हिस्सा सूर्य का दिखाई देता है उस भाग को ‘सूर्य किरीट’ कहते है।
- ‘सूर्य किरीट’ x-ray उत्सर्जित करता है इसे “सूर्य का मुकुट” कहा जाता है।
ग्रह (Planets):
ग्रह उन खगोलीय पिंडों को कहा जाता है जो एक निश्चित मार्ग पर पर्याप्त गुरुत्वाकर्षण बल के साथ सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते हैं।
- हमारे सौर मंडल ग्रहों की संख्या 8 है जो की इस प्रकार है- बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून ग्रह हैं।
- सौरमंडल के ग्रहों को दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया है:
1. आंतरिक ग्रह या चट्टानी ग्रह: बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल
-
- ये ग्रह सूर्य के निकटतम हैं।
- आंतरिक ग्रह का आकर बाहरी ग्रहों की तुलना में छोटा हैं।
- इन्हें स्थलीय ग्रह भी कहा जाता है।
2. बाह्य ग्रह या गैसीय ग्रह: बृहस्पति, शनि, अरुण और वरुण
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- ये ग्रह सूर्य से दूरी में आंतरिक ग्रहों के बाद आते है।
- इन ग्रहों का आकार बड़ा हैं।
- ये सभी गैसीय ग्रह हैं।
- ग्रहों की कक्षायें दिर्घवृत्त (Ellipse) के आकार की है जबकि बुध (Mercury) की कक्षा लगभग वृताकार (Circular) है, जो की केन्द्र में स्थित सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
- शुक्र और अरुण ग्रह को छोड़कर सभी ग्रह सूर्य के चारों तरफ पश्चिम से पूर्व की ओर परिक्रमा करते हैं, लेकिन शुक्र और अरुण ग्रह इनके विपरीत दिशा पूर्व से पश्चिम में परिक्रमा करते है ।
- सूर्य से दूरी के क्रम में ग्रहों का नाम (नजदीक से दूर) – बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण।
- ग्रहों का आकार घटते क्रम में – बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण, पृथ्वी, शुक्र, मंगल, बुध।
सौरमंडल (Solar System)
ग्रहों का विस्तार पूर्ण वर्णन:
1) बुध ग्रह (Mercury):
- बुध ग्रह आकर में सौर मंडल का सबसे छोटा ग्रह है।
- सौरमंडल के आठ ग्रहों में बुध ग्रह सूर्य का सबसे निकटतम ग्रह है किन्तु, सूर्य के सबसे नजदीक होने के बाद भी यह सौर मंडल का सबसे गर्म ग्रह नहीं है क्योंकि सूर्य के सबसे क़रीब होने की वजह से ही इसका वायुमंडल नष्ट हो चूका है। वायुमंडल के न होने के कारण ज्यादातर ऊष्मा पुनः वायुमंडल के बाहर प्रसारित हो जाती है। जिसके कारण इसकी ऊष्मा का अधिक क्षय (हानि) होता है।
- बुध ग्रह सूर्य की एक परिक्रमा लगभग 88 दिन में करता है, जो सभी ग्रहों में लिया जाने वाला सबसे कम समय लेता है।
- इसकी घूर्णन गति बहुत कम है इसलिए बुध ग्रह का एक दिन पृथ्वी के 58.65 दिन (58 दिन 15 घंटे) के बराबर होता है।
- इसका कोई भी उपग्रह नहीं है।
- इस ग्रह पर वायुमंडल नहीं है जिसके कारण इस ग्रह पर जीवन की कोई सम्भावना नहीं है।
- पृथ्वी से इसका आकार 18 गुना छोटा है।
- इसका गुरुत्वाकर्षण (gravity) पृथ्वी का 3/8 भाग है।
- यहाँ पर दिन अत्यधिक गर्म (427°C) और रातें बहुत ठंडी (-173°C) होती हैं।
- इस ग्रह पर सबसे बड़ा दिन और सबसे बड़ी रातें होती है।
2) शुक्र ग्रह (Venus) :
- सूर्य से दूरी के क्रम में शुक्र ग्रह दूसरे नंबर पर आता है और यह पृथ्वी के सबसे निकटतम ग्रह है।
- शुक्र ग्रह सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद अधिकतम चमकीला दिखाई देता है। यह सौरमंडल का सबसे चमकीला ग्रह है इसलिए इसे “भौर का तारा/ सायं का तारा” (evening star) और “सुबह का तारा” भी कहा जाता है
- यह सबसे गर्म ग्रह है।
- इस ग्रह के वायुमंडल में लगभग 95% कार्बन डाई ऑक्साइड 5% भाग नाइट्रोजन की मात्रा है।
- इस ग्रह का तापमान 500℃ रात तथा दिन के समय लगभग समान होता है।
- शुक्र ग्रह को सूर्य की एक परिक्रमा करने मे 227 दिन का समय लगता हैं।
- शुक्र ग्रह सूर्य की परिक्रमा अन्य ग्रहों के विपरीत दिशा में पूर्व से पश्चिम में करता है, इसलिए यहाँ सूर्योदय पश्चिम से तथा सूर्यास्त पूर्व में होता है।
- शुक्र ग्रह का घूर्णन समय 257 दिन का है।
- इसका कोई उपग्रह (satellite) नहीं है।
- शुक्र ग्रह का आकार, द्रव्यमान एवं व्यास लगभग पृथ्वी के समान है इसलिए इसे पृथ्वी की बहन/ भगिनी/पृथ्वी का जुड़वां (sister of the earth) भी कहा जाता है।
3) पृथ्वी ग्रह (Earth):
- सूर्य से दूरी के क्रम में यह बुध और शुक्र के बाद तीसरे नंबर का ग्रह है तथा आकार के आधार पर यह पांचवा सबसे बड़ा ग्रह है |
- पृथ्वी आंतरिक ग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह है।
- पृथ्वी सौरमंडल का सबसे सघन ग्रह है।
- पृथ्वी अपनी धुरी पर 23 डिग्री झुकी हुई है जो की ऋतु परिवर्तन के लिए उतरदायित्व है।
- पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर 1610 कि.मी. प्रति घंटे की गति से चक्कर लगाती है।
- पृथ्वी अपनी अक्ष (धुरी) पर घूमने में 23 घंटे, 56 मिनट और 091 सेकंड का समय लेती है।
- पृथ्वी की दैनिक घूर्णन गति के कारण दिन एवं रात बनते हैं।
- पृथ्वी 107160 कि.मी. प्रति घंटे की गति से सूर्य का चक्कर लगाती है।
- पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने में 365 दिन, 6 घंटे एवं 48 मिनट का समय लगता हैं।
- पृथ्वी पर बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन (O2), कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), हाइड्रोजन (H2), नाइट्रोजन (N2), और ऑक्सीजन (O2) जैसे सभी आवश्यक तत्व उपस्थित हैं जो जीवन की उत्पत्ति के लिए अनिवार्य हैं।
- पृथ्वी के 71% हिस्से पर पानी मौजूद है इसी कारण अन्तरिक्ष से पृथ्वी का रंग नीला दिखाई देता है और इसलिए इसे ‘‘नीला ग्रह’’ भी कहा जाता है।
- पृथ्वी एकमात्र ज्ञात ग्रह है जिस पर जीवन का अस्तित्त्व पाया गया है।
- पृथ्वी का केवल एक प्राकृतिक उपग्रह है चन्द्रमाँ, जिसकी दूरी पृथ्वी से 3,84,400 किoमीo है।
4) मंगल ग्रह (Mars):
- सूर्य से दुरी के क्रम में यह चौथा क्रमांक का ग्रह है।
- मंगल ग्रह में लोहे से समृद्ध लाल मिट्टी है जिस वजह से यह लाल रंग का दिखाई पड़ता है, इसलिए इसे “लाल ग्रह” भी कहा जाता है।
- मंगल ग्रह भी सघन ग्रह है। इस ग्रह की सतह चट्टानों और रेत के कणों से बनी है।
- इसका आकर पृथ्वी से छोटा है।
- मंगल ग्रह अपने अक्ष पर घूमने में 24 घंटे 37 मिनट का समय लेता है।
- मंगल ग्रह को सूर्य की पूरी एक परिक्रमा करने में 687 दिन का समय लगता है।
- मंगल ग्रह के दो उपग्रह हैं फोबस और डीमोस (Phobos and Deimos)
- सौर मंडल का सबसे ऊँचा पर्वत निक्स ओलम्पिया (Nix Olympia) या ओलम्पस मॉन्स मंगल (mars) पर ही स्थित है इसकी ऊंचाई माउंट एवरेस्ट से 3 गुना अधिक है।
- इसके वातावरण में नाइट्रोजन और आर्गन गैसें पाई जाती है|
5) बृहस्पति ग्रह (Jupitar):
- सूर्य से दुरी के क्रम में यह पाँचवा ग्रह है।
- बृहस्पति ग्रह सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है।
- यह एक गैसीय पिंड है।
- बृहस्पति के ज्ञात 79 उपग्रह (satellites) हैं जैसे- गेनीमेड, लो, यूरोपा, कैलिस्टो आदि तथा इसके उपग्रहों में कुछ विपरीत तो कुछ अनुकूल दिशा में परिक्रमा करते हैं।
- गेनीमेड पूरे सोलर सिस्टम का सबसे बड़ा उपग्रह है।
- यह सूर्य की परिक्रमा (orbit) पृथ्वी के 86 साल में लगाता है अर्थात इसका एक साल पृथ्वी के 11.86 साल के बराबर होता है।
- सभी ग्रहों में इसकी घूर्णन गति सबसे अधिक है, इसका एक दिन पृथ्वी के 9 घंटे 50 मिनट के बराबर होता है।
- घूर्णन गति अधिक होने की वजह से इस पर सबसे ज्यादा आंधी, सोलर-स्ट्रोम और गड्डे हैं।
- इसके वायुमंडल में ज्यादातर मात्रा में हाइड्रोजन (hydrogen) और हीलियम (helium) गैसें पाई जाती हैं।
- इसका कुल द्रव्यमान सौरमंडल में मौजूद अन्य सात ग्रहों का ढाई गुना है और जो पृथ्वी से लगभग 1300 गुना बड़ा है।
- इसका घनत्व (density) पृथ्वी के घनत्व का एक चौथाई है।
- बृहस्पति को सर्दियों के ग्रह के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि इसका औसत तापमान -148 डिग्री सेल्सियस से कम है।
- मंगल और बृहस्पति के बीच एक asteroid belt पाई जाती है।
6) शनि ग्रह (Saturn):
- सूर्य से दूरी के आधर पर यह छठा नंबर का ग्रह है।
- आकर के आधार पर यह बृहस्पति के बाद सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह हैं। शनि ग्रह एक गैस जॉइंट (गैसीय) ग्रह है।
- शनि ग्रह पूरे सोलर सिस्टम में सबसे ज्यादा उपग्रह रखने वाला ग्रह है।
- इसके 82 ज्ञात उपग्रह हैं, जैसे- टाइटन, मीमास, टेथीस, एपिमेथियस… आदि|
- टाइटन सोलर सिस्टम का एकमात्र ऐसा उपग्रह है जिसके पास खुद का सघन वायुमंडल है और यह शनि ग्रह का सबसे बड़ा उपग्रह भी है।
- शनि ग्रह सूर्य की एक परिक्रमा (चक्कर) पूरी करने में पृथ्वी के 10,759 दिन (लगभग 29½ वर्ष) जितना समय लेता हैं। अर्थात्त, इस गृह का एक साल पृथ्वी के 29.46 साल का होता है।
- इसका अपने अक्ष पर एक चक्कर लगाने में पृथ्वी के 10 घंटे 13 मिनट के बराबर का समय लगता है।
- इस ग्रह के सबसे अधिक छल्ले पाए जाते है सभी छल्ले गैस के बने है और ये छल्ले (वलय) चमकदार हैं।
7) अरुण ग्रह (Uranus):
- अरुण ग्रह सौरमंडल में सूर्य से दूरी में सातवाँ क्रमांक का ग्रह है।
- अरुण ग्रह आकर के आधार पर तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
- यह एक गैसीय ग्रह है।
- इसके ज्ञात 27 उपग्रह हैं
- इसकी सूर्य से औसत दूरी लगभग 3 अरब कि॰मी॰ है।
- यह सूर्य की एक परिक्रमा पृथ्वी के 84 वर्ष में करता है अर्थात्त, इस गृह का एक साल पृथ्वी के 84 साल के बराबर होता है।
- अरुण ग्रह का अपनी धुरी पर चक्कर लगाने का समय (अरुण ग्रह का एक दिन) पृथ्वी के 17 घंटे 14 मिनट के बराबर होता है।
- अरुण ग्रह अन्य ग्रहों के विपरीत अपने अक्ष पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूमता है।
- इसके वायुमंडल में मिथेन गैस (methane gas) होने के कारण यह हरा रंग का दिखाई देता है इसलिए इसे “हरा ग्रह” भी कहा जाता है।
- यह एक ठंडा गृह है।
- यह ग्रह अपने अक्ष पर 77 डिग्री झुका हुआ है इसलिए इसे “लेटा हुआ/सोया हुआ ग्रह” भी कहा जाता है।
- 77 डिग्री के अदभुत अक्षीय झुकाव की वजह से अरुण ग्रह का एक ध्रुव 42 वर्षों तक सूर्य के सामने रहता है, जबकि दूसरा ध्रुव दूसरी तरफ अंधकार में रहता है और 42 वर्षो बाद दूसरा ध्रुव सूर्य के सामने आता है।
- यह ग्रह भी छल्लों (rings) से घिरा हुआ है अरुण ग्रह के ज्ञात वलय (Ring) 13 है। अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और एप्सिलॉन इसके कुछ छल्लों के नाम (rings) है।
8) वरुण ग्रह (Neptune):
- यह सूर्य से दूरी का आठवाँ नंबर का ग्रह है।
- आकर के आधार पर सौरमंडल का चौथा सबसे बड़ा ग्रह है।
- वरुण को सूर्य की एक परिक्रमा करने में पृथ्वी के 79 वर्ष का समय लगता हैं। अर्थात्त, इस गृह का एक साल पृथ्वी के 164.79 साल के बराबर होता है
- वरुण (नेपच्यून) ग्रह द्वारा अपने अक्ष पर एक घूर्णन पूर्ण करने में 16 घंटे लगते है। अर्थात, इसका एक दिन करीब 16 घंटे का होता है।
- वरुण और अरुण ग्रहों का आकार और रंग मिलने के कारण इन्हें “जुड़वा गृह” कहते है।
सौरमंडल (Solar System)
बौने गृह (Dwarf Planets):
- सौरमंडल में बौने ग्रहों की ज्ञात संख्या पाँच है |
- बौने गृह: प्लूटो (Pluto), सेरेस (Ceres) , एरिस (Eris), मेकमेक (Makemake), हुमा (Haumea)
- बौने ग्रह वे पिंड हैं जो ग्रहों की श्रेणी में आने के लिए बहुत छोटे हैं, परन्तु छोटे पिंडों की श्रेणी से काफी बड़े हैं।
- इनका छोटा आकर होने की वजह से ही इन्हें बौना ग्रह (Dwarf Planet) कहा गया है।
- सौरमंडल में सबसे छोटा बौना ग्रह सेरेस है।
- यह एकमात्र बौना ग्रह है जो आंतरिक सौरमंडल में उपस्थित है।
- सौरमंडल का सबसे बड़ा बौना ग्रह प्लूटो है।
- सबसे प्रसिद्ध बौना ग्रह प्लूटो है, वर्ष 2006 में इसे ग्रह की श्रेणी से हटा कर बौना ग्रह घोषित किया गया था।
इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट (IAU) के हिसाब से बौने ग्रह हेतु मानदंड:
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- ये सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते हैं।
- इनके पास इतना गुरुत्वाकर्षण बल है कि वे अपने भार को खींचकर गोल आकार ले सके।
- किंतु इनका गुरुत्वाकर्षण बल अपनी कक्षा के आसपास के क्षेत्र को संतुलित करने में सक्षम नहीं है।
- ये उपग्रह न हों।
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सौरमंडल (Solar System) – Part-2
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