skip to Main Content
बजट सम्बन्धी महत्वपूर्ण शब्दावली (Union Budget Terminology)

बजट सम्बन्धी महत्वपूर्ण शब्दावली (Union Budget Terminology)

“बजट सम्बन्धी महत्वपूर्ण शब्दावली (Union Budget Terminology)” is important topic for all competitive exams like CET, SSC CGL, RRB NTPC, UPSC etc. In these exams, almost 4-5 questions are coming from Economics. Let’s start Economics topic: बजट सम्बन्धी महत्वपूर्ण शब्दावली (Union Budget Terminology).

बजट सम्बन्धी महत्वपूर्ण शब्दावली (Union Budget Terminology)

बजट को समझने के लिए, बजट से जुडी कुछ महत्वपूर्ण शब्दावली (Budget-Terminology) के बारे में जानना आवश्यक है:-

वित्त वर्ष (Financial year):

  • वित्त वर्ष वह साल होता है जो वित्तीय मामलों में हिसाब के लिए आधार होता है।
  • इसे सरकारों द्वारा लेखांकन और बजट उद्देश्यों के लिए उपयोग की जाने वाली अवधि भी कहते हैं।
  • व्यापार और अन्य संगठनों द्वारा वित्तीय रिपोर्टिंग के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।

जीडीपी (GDP):

  • GDP एक वित्तीय वर्ष में देश की सीमा के भीतर उत्पादित कुल वस्तुओं और सेवाओं का कुल जोड़ होता है।

बजट घाटा (Budgetary deficit):

  • बजट घाटे की स्थिति तब पैदा होती है जब किसी देश के कुल खर्चे, उसके राजस्व से अधिक हो जाते हैं।

बैलेंस बजट (Balanced budget):

  • जब वर्तमान प्राप्तियां, मौजूदा खर्चों के बराबर होती है तो ऐसा बजट “बैलेंस बजट” कहलाता है।

राजकोषीय नीति (Fiscal policy):

  • राजकोषीय नीति बजट के संदर्भ में आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है । यह सरकार के खर्च और कराधान यानी टैक्सेशन का एक अनुमान है।
  • इसका इस्तेमाल सरकार द्वारा रोजगार वृद्धि, महंगाई को संभालने और मौद्रिक-भंडार के प्रबंधन जैसे विभिन्न साधनों को लागू करने और नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है।

राजकोषीय या वित्तीय घाटा (Fiscal deficit):

  • जब सरकार को प्राप्त होने वाला राजस्व कम रहता है और खर्च अधिक होते हैं तो इस ​इस स्थिति को राजकोषीय या वित्तीय घाटा कहा जाता है।
  • विकासशील अर्थव्यवस्था के लिए कुछ राजकोषीय घाटे को बुरा नहीं माना जाता है; जैसे कि अगर घाटा किसी देश के सकल घरेलू उत्पाद यानी GDP के 4 फीसदी की सीमा में हो।
  • अगर कुल राजस्व प्राप्तियों और कुल खर्च के बीच का अंतर सकारात्मक है तो इसे “राजकोषीय अधिशेष (fiscal surplus) कहा जाता है।

प्रत्यक्ष कर (Direct Tax):

  • किसी भी व्यक्ति या संस्थान की आय और उसके स्रोत पर लगने वाले – आयकर (Income tax), निगमकर (Corporate tax), पूंजी लाभ कर (Capital gain tax) और विरासत कर (Inheritance tax) आदि प्रत्यक्ष कर (Direct Tax) के अंतर्गत आते हैं।

अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax):

  • अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax), उत्पादित वस्तुओं और आयात-निर्यात किये जाने वाले सामानों पर- उत्पाद शुल्क, सीमा शुल्क और सेवा शुल्‍क के जरिए लगया जाता था।
  • अप्रत्यक्ष-करों को GST में समाहित कर दिया गया है।

कॉरपोरेट टैक्स (Corporate tax):

  • कॉरपोरेट टैक्स, कॉरपोरेट संस्थानों या फर्मों पर लगाया जाने वाला कर था, जिसके जरिए सरकार की आमदनी होती थी।
  • GST आने के बाद से यह कर व्यवस्था खत्‍म हो गई है।

उत्पाद शुल्क (Excise Duty):

  • देश की सीमा के भीतर बनने वाले सभी उत्पादों पर लगने वाले टैक्‍स को एक्‍साइज ड्यूटी कहते हैं।
  • एक्‍साइज ड्यूटी को भी GSTमें शामिल कर लिया गया है।

सेनवैट (CENVAT):

  • इसे केंद्रीय वैल्‍यू एडेड टैक्‍स कहते है, जो मैन्युफैक्चरर (निर्माणकर्ता) पर लगाया जाता है।
  • इसे भारत में वर्ष 2000-2001 में पेश किया गया था।

सीमा शुल्क (Custom duty):

  • अन्तर्राष्ट्रीय और अंतर्राज्यी व्यापार के दौरान किसी देश या राज्य की सीमा से बाहर किये गए आयात-निर्यात की वस्तुओं पर लगने वाला कर, सीमा शुल्क कहलाता है।

महंगाई (Inflation):

  • विभिन्न आर्थिक कारकों की वजह से वस्तुओं और सेवाओं की कीमत में सामान्य वृद्धि होना महंगाई है।
  • इसकी वजह से एक समयावधि में मुद्रा की क्रय शक्ति में कमी आती है।
  • इसे प्रतिशत के रूप में दर्शाया जाता है।

बैलेंस ऑफ पेमेंट (BOP- Balance of payments):

  • किसी देश और बाकी दुनिया के बीच हुए वित्तीय लेनदेन के हिसाब को “भुगतान संतुलन (Balance of payments)” कहा जाता है।

बांड (Bond):

  • यह कर्ज का एक सर्टिफिकेट होता है, जिसे कोई सरकार या कॉरपोरेशन जारी करती है ताकि पैसा जुटाया जा सके।

चालू खाता घाटा (Current Account Deficit):

  • यदि किसी देश का निर्यात उसके आयात से अधिक है यानि निर्यात से आने वाला पैसा, आयात के जरिए देश से बाहर जाने वाले पैसे से अधिक है तो स्थिति अनुकूल है और इसे चालू खाता अधिशेष (Current Account Surplus) के रूप में जाना जाता है।
  • लेकिन अगर आयात के जरिए देश से बाहर जाने वाला पैसा, निर्यात के एवज में आने वाले पैसे से ज्यादा है तो यह चालू खाता घाटा (Current Account Deficit) कहलाता है।

अत: हम कह सकतें हैं कि यह देश के व्यापार परिदृश्य को संदर्भित करता है।

विनिवेश (Disinvestment):

  • सरकार द्वारा किसी पब्लिक इंस्टिट्यूट में अपनी हिस्सेदारी बेचकर राजस्‍व जुटाने की प्रक्रिया विनिवेश (disinvestment) कहलाती है।

बजट सम्बन्धी महत्वपूर्ण शब्दावली (Union Budget Terminology)

Read Also:

If you like and think that Economics topic on “बजट सम्बन्धी महत्वपूर्ण शब्दावली (Union Budget Terminology)” is helpful for you, Please comment us. Your comments/suggestions would be greatly appreciated.

Back To Top
error: Content is protected !! Copyrights Reserved