हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk Songs of Haryana) – Haryana GK
Haryana GK topic – हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk Songs of Haryana), is important for all competitive exams of HSSC and HPSC. Many Questions were asked in every Haryana state Competitive Exam from this haryana gk topic. Let’s Start the topic: हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk Songs of Haryana).
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत
(Folk Songs of Haryana)
लोकगीत वे गीत हैं, जिन्हें कोई एक व्यक्ति नहीं बल्कि उस संस्कृति का पूरा लोक समाज अपनाता है। सामान्यतः लोक में प्रचलित, लोक द्वारा रचित एवं लोक के लिए लिखे गए गीतों को लोकगीत कहा जा सकता है।
हरियाणा में हर मौके पर अलग अलग तरह के लोकगीत गाये जाते हैं, जैसे कि: बच्चे के जन्म पर और छठी पर, विवाह में, सावन में, तीजो पर, खेतों में काम करते हुए, पनघट पर, बड़े- बुजुर्ग की मृत्यु पर इत्यादि| SukRajClasses की टीम ने यहाँ कुछ प्रसिद्ध लोक गीतों का विवरण, हरियाणा में होने वाले परीक्षाओं के आधार पर संक्लित किया है :-
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana)- haryana gk
जन्म के समय गाए जाने वाले हरियाणवी लोकगीत |
|
§ जच्चा की चटोरी जीभ जलेबी मंगवा द्यो नां
§ किधर तै आई दाई किधर ते आया नाई § जच्चा तै म्हारी याणी भोली जी § जच्चा तो मेरी भोली भाली री § अजी केले से आवै हमें बांस § पीला तै ओढ म्हारी जच्चा पाणी नै चाली जी § इस इमली के ओड़े चोड़े पात § हांसी सहर से पाते मंगवा दो § कहियो सुसरा जी से मेरा दिल खट्टे बेरां नै § कित रै घडिये कढाईयां § के दुःख री तन्नै सास का, के तेरे पिया परदेस § कोई मांगी कढ़ाई ना देय मेरा दिल हलुवै नै § कोड्डी कोड्डी बगड़ बुहारूँ / हरियाणवी § चंदन रुख कटाय कै § चलो म्हारा राजीड़ा जी सहरां मैं चाली § चुप चुप खड़े हो जरूर कोई बात है § छम छम छनन अटरिआ चढ़गी गोदी में § जच्चा ने बच्चा जाया है, दिन खुसी का आया है § जच्चा हाय मैया हाय दैय्या करती फिरै § जन्में हैं राम अजुध्या मैं § जिद्दिन लाडो तेरा जनम हुआ § जी पहला मास जै लागिया, दूध दही मन जाय § जै री माता तू सतजुग की कहिए राणी § तेरा दादा घढ़ावै अटल पलना § दरद हमने सहे ये सैयां के लाल कैसे कहाये § दिल्ली सहर से पति खद्दर मंगा द्यों जी § दूर दिसावर सै आई नणंदिया, भाई भतीजे के चाव § नणन्द भावज का था प्यार दोनों रल कातती |
§ पड़दा ओल्है जच्चा बोलै राजन उरै बुलाओ जी
§ बड़ए बगड़तै सती राणी नीसरी भर गोबर की हेल § मन खोल के मांगो नन्दी लेना हो सो लेय § मन्नै भावें कराले के बेर रुपये सेर, मेरा री मन बेरां नै § मांगो मांगो म्हारी नणन्द थारा मांगण का ब्योहार § मेरा पिरस चढन्ता सुसरा न्यू कवै § मेरा भंवर ने भेजी निसानी एक ताला एक छुरी। § मैं आई थी मीठियां की लालच § मैं तो थारा हाजिर बन्दा जी, हमारी धन रूस क्यों गई § मैं तो रूस रहूंगी बालम हरगिज बोलूं ना § रसीणे के कमरे में जच्चा हमारी री § रहो रहो बांझड़ली दूर रहियो § राजा जी जे थारै जन्मैगा पूत § राजे गंगा किनारे एक तिरिया सू ठाड़ी अरज करे § वृन्दावन से चलिये गवन्त्री § ससुर जी आगे सात प्रणाम § सासू म्हारी आवै § सिया खड़ी पछताय कुस बन में हुए § सुसरै जी से अरज करूं थी § हम धनी जी खिचड़ी की साध § हां जी बमण बैठो अंगणा धी रै जमूंगी बमणा § हे री खत भेज रही पीहर मैं § हैं घूंघर वाले बाल मेरे ललना के § होलर कहै री अम्मा! तुझे झुंझणा मंगा दे § पलंग पर खेल रहो मेरो नन्दलाल § पांच मोहर का साहबा ! पीला मंगाद्यो जी § पायां में पैजणियां लाला छुन्नक डोलेगा |
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
Also Read:
हरियाणा की भौगोलिक स्थिति-Geographical Structure of Haryana
हरियाणा की प्रमुख नदियां और उनका प्रवाह तन्त्र – River System of Haryana
शादी-ब्याह के हरियाणवी गीत |
|
§ पाँच पतासे पान्या का बिड़ला
§ बीरा भात भरण ने आया री § हमने बुलाये सुथरे सुथरे भूंडे भूंडे आये री § पटरी ये पटरी मुस्सी जा , बंदड़े की बेबे रूसी जा § गार गडी भई गार गडी, सासू छोटी बहु बड़ी § क्याहै की तेरी चिलम तमाखू § बाबा देस जांदा परदेस जाइयो § ऊंची हे दोघड़, नीचा ए बारणा § मेरा सुसरा बरजै हे बहू! § कद की देखूं थी बाट माई § किसिआं बान्ना हे न्योंदिए § ऊंची तेरी खाई ऊंचा नीचा कोट § काहे को तेरी ओबरी § रावटड़ी चढ़ सूत्या बाई का बाबा जी § किस नींद सूत्या मेरा लक्खी ओ दादा § हे कपड़े तों क्यूं ना धुआए मेरा ए बाबा § किस रुत बाड़ी बोईएगी § कचनार बैठी लाडो पान चाब § मेरे दादा जी चितर एक जस ल्यो § मेरी बीबी सोवै अटरिया § अमर बेल उदय पै छाई § लाडो सोई सोई उठि जांगियां § हरे हरे बांसों का बंगला छवा दो जी § मैं तो बीस बरस की होली § सुहाग मांगण दादी पै गई § हरे हरे बांस छवाय दई राय बटियां § बीबी की दादी रानी जी से अरज करै § सुहाग मांगण गई आं § मेरे दादा के पछवाड़े आले आले बांस खड़े § टीके पै लग रही चांदनी § बीबी हमारी है चांद तारा § बीबी तो म्हारी जैसे चन्दा चकोर § बाबल साहब की बांकी हवेली § हो सून्ने की कुंडली घड़ा तेरे दादा § बनी ए बाबा उमराओ मंगाओ हीरां की चूड़ी § बनी ए थारे बाबा जी से कहियो § ऐसी के जल्दी मचाई हरियाली § ल्हुक बैठ हे राणी रुकमण राणी § लाडो खेलै लौंग के बिरवे तल § लाडो दूर मत खेलण जा हे § बीबी दूर खेलण मत जा § आले गीले चन्दन कटाय मेरे बाबा § छज्जै तो बेठी लाडो कुंवर निरखै § हे दादा कै छजै लाडो तूं क्यूं खड़ी § लाडो ए बागां का जाना छोड़ दो § लाडो पूछै बाबा से ए बाबा § हे फुलड़े तो बीन्हण § अपने बाबा के खड़ी चबूतरे रूप देख वर आये § हुई है सुनहली रात सजन आए हरे हरे § इसी थलियां मैं इसे टीब्यां मैं § बनड़ी! चलो जी हमारे साथ § इस पेड़ नीचै आओ हे रुकमण § आओ री राधे बैठो पिलंग पर § दादा जी नै गोद भरी मेवा सै § घन गजरत आवै सोहाग बिरवा § आंगन बरसै सोहाग बदरी भीतर दुलारी न्हाय § इस सागर के कारने बाबा जी § सदा थिर रहियो जी अविचल रहियो § ओहो चणे वाले रे गलियों में आ के सोर किआ § एरी बनड़ा चलै नां चलणदे § बन्ना जी मैं तो राज घर सै आई § बन्ना काली रे बदरिआ गोरा चन्दा § मेरे नौसे का रूमाल खुसी से रंग दे री § बाबे तेरे की दोय क्यारियां § पांचू तेरे कापड़े कोनै सिमाए ए बना § मेरा री हरियाला बन्ना लाख करोड़ी § सीस तेरे चीरा हरियाले बन्ने पेची अजब बहार § हरियाले बन्ने चीरा तो ले दूं तेरी मौज का § बन्ना तो हांडे अपने बाबा जी की गलियां § पड़ै बुन्दियां भरैं क्यारी समय बरसा लगे प्यारी § हाथों जरी का रूमाल बन्ना री मेरा मेवा ल्याया § नगरी नगरी द्वारे द्वारे § सीस बनै के सेहरा सोए § बनड़े सीस तेरे का सेहरा § तोरो जरा हुक्म मिल जाये सास § दुराणी जिठानी बाबुल बोली हो मारैं § उठ पिया आधी सी रात § कोरो घड़ियों बीरा पीली हल्दी § क्यांहे तै न्योदूं बाबल राजा § धण पिआ मताए मताइआं जी § बीरा थे दाम्मण भल ल्याईओ § झूमर तो पिया! तुम गढ़वाओ § चक्ले मैं राछ घलादो री चकले में § सुण सुण मौसा सुणी’क नां § नीम्ब के लागी निम्बोली दादा हो |
§ अरे भैया रघुबीर भात सवेरे ल्याइयो
§ पिया मेरी किलफां ले जा § बागां में मेंहा बरसै सरवर पै मेंहा बरसै § आज बागां मेरे बीरा उणमणी § आज बागां मैं ए जीजी जगमगी § ए बेबे गोरे गोरे देवर जेठ § रे बीरा साढ़ तो पहलड़ा मास § दीवा किसने बैठ घड़ाइआं § दीवा कै मण रै दीवा कै मण § मेहंदी बोई दिल्ली आगरा जी § मेरी मेहंदी के औड़े चौड़े पात § गोरी सई सांज की कहां गई § हरजी उगन तै परभात § उठ ले रे ऊठ ले रोसन बांन बठावांगे § कहिये री उस खाती के लड़के ने § म्हारे आंगण कीचड़ा § काये कटोरी में बटणां काये कटोरी में तेल § जौ गीवहां को उबटणों राय चमेली का तेल § हलबल हलबल नदी बह सै § हे मनै ल्याओ न हल्दी की गांठ रे § तेरा हर्या पीपल सौंपल डाली भौं पड़ै § तेरो हरयो ए पीपल संपुल § किन्नै यो मांढा पिछवाडिआं § की नै यो बाग लगाया § मेरी मालन रंगीली गून्थ लायी री सेहरा § तूं क्यूँ रे पूत अकेलड़ा तेरा लाखी रे दादा तेरे साथ § मुबारिक सादी हो बनड़े ये घोड़ी नाचती आई § चंचली घोड़ी चांदनी मथुरा तै आई § घोड़ी बने की आ गई देखो कैसी सजे § ठुमक चलती चाल घोड़ी § आगे घोड़ी तुम चलोगी पीछे बाबा हुसियार घोड़ी § बनड़े की घोड़ी बिदकै मेरा कलेजा धड़कै § घोड़ी सोवै दादा दरबार § एक घोड़ी नजारे ते आई § घुड़ला तै बल ल्याइओ घुड़ला रे चाबक आओ § तूं तै चाल घोड़ी चाल मेरे दादा कै दरबार § राजी हुए ऊं के दादा दादी खुसी हुई महतारी जी § तेरा दादा रै बरजै बन्दड़े सांझै चढ़िये § चढ़ज्या रे बन्दड़े तावला § दूधी की धार मारूं माता नै § दसमास रे बेटा बोझ मरी थी § छतर फिरे चर्खी घरणावै § म्हारे बंदड़े का सोन्हा जामां § बन्ना ए कित बाजा रे बाजिया § बाजा है नघारा रणजीत का है § मैं तो थारा डेरा निरखण आई हो § गढ़ छोड़ रुकमण बाहर आई § तूं क्यों लाडो डगमगी तेरे समरथ बाबा जी § ऐसी चुंदड़िया लाओ मेरे बाबा § हथलेवो दादा को ए पोती कर हथलेवो कराइयो § पहला फेरा लीजिए दादा की है पोती § मैंडे के नीचे लाडो दो जणें खेलें § मेरी सोने की सलाई साजन लेन चले § छन्न पक्कियां छन्न पक्कियां § जिद्दिन लाडो तेरा जन्म हुआ है § तेरा तीजन सूना होय § ले रे बाबुल आपना मैं चली हूं सजन के दैस रे § हुआ नगर सब सूना § मेरी बन खंड को कोयल बन खंड छोड़ कहां चली § साथिण का जंचा दिया ठीक मावस कै अड़कै § मनैं बहली दीखी आवती साथिण के आए लणिहार § म्हारे घेर में आ रह्या री बटेऊ § जीजी रलमिल गुड़ियां खेलती तूं चाली जीजा के साथ § मेरी सांझे तील दिखा दई कर दिया मकर कसार § बीबी तेरे बाबा जी खड़े § सखि हे मेरी राम राम ले ल्यो § तीतर रै तूं बामै दाहने बोल § आयो परदेसी सूबटो ले ग्यो टीली में § आइये बहुअड़ इस घरां § डोले तै तलै उतरिया हे बहुअड़ § खोल उधली की कांगना § सखी री मेरे उमड़ आये बदरा § क्या कहूं रानी! तुम्हारा भाग § म्हारै आंगणा बाजा बाजिया जी मंकारा § इन घर की मैंड़ी ऊंचे बंके बार § ढोला मारूनी दोनों बातां नी लागे § पूछें अपनी गोरड़ी कैसा रानी जी थारा भाग § मुरकियां बारो आयो री मरोड़ घणी § परोस दिये भाजी लड्डू पूरी पकवान जी § ऐसा काला तूं बना रे § दो खरबूजे एक से क्या जी
|
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
पनघट के गीत / हरियाणवी |
|
· सिर पै बंटा टोकणी
· उठ उठ री नणदल पानी ने चाल · सिर पर दोगढ़ ठा नणद री · कोई सात जणी पाणी जायं री · मेरी बावन गज की बूंद · टोकणी पीतल की रे · मेरी नाजुक नरम कलाई रे · पनियां भरन चली बांकी रसीली · खिल रहा चान्द लटक रहे तारे |
· रसीले नैन गोरी के रे
· मैं तो धुर टांडे तै आया परी · अंबर बरसा बड़ा चिवा मेरी सासड़ · मेरा मन ते रपटा पैर फूट गई झारी · मेरे सीस पै घड़ा घड़े पै झारी · चारों सखी चारों ही पनियां को जायें · मुझे पानी को जाने दो · तू पाणी पाणी कर रह्या बटेऊ · हे री सासड़ आजपाणी नै जांगी
|
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
कातक न्हाण के हरियाणवी गीत |
|
§ दूध ब्लोंदी अपनी मायड़ बुझी
§ राम और लिछमन दसरथ जी के बेटे § सत की साथण पाणी नै चाली § उठती सी बरिआं मनै आलकस आवै § आओ राधा नहाण चलां मेरे राम § परस बठंता अपना बाबल बुज्झा |
§ गौतम नार सिला कर डारी
§ तुलसां माता तैं सुख दाता § बड़ सीजूं बड़ाला सीजूं § पथवरी ए तैं पथ की ए राणी § तैं चौड़ा तैं चीकणा
|
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
सांझी के हरियाणवी गीत |
|
§ मेरी सांझी के औरे धोरै फूल रही कव्वाई
§ डूंगी सी डाबर रे कै फूलां की महकार § सांझी सांझा हे कनागत परली पार § म्हारी सांझी ए के ओढैगी के पहरैगी § आरता हे आरता सांझी माई आरता § हे मेरी सांझी तेरी चम्पा फूली |
§ सांझी चाली सांझ नै
§ जाग सांझी जाग तेरे मात्थे लाग्या भाग § हे खड़िआं थी सिरस तलै § आरता ए आरता संझा माई आरता § नौ नौ नौरते संझा माई के |
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
फागण में गाये जाने वाले हरियाणवी लोकगीत |
|
§ उड़े हो गुलाल रोली हो रसिया
§ ऊंचा रेड़ा काकर हेड़ा विच विच बोदी केसर § ए मेरी पतरी कमर नारो झुब्बादार लाइयो § एकली घेरी बन में आन स्याम § कांटो लागो रे देवरिया § काची अम्बली गदराई सामण मैं § कान्हा बरसाणे में आ जाइयो बुलागी राधा प्यारी § कुरड़ी कूड़ा मां गेरती, कुरड़ी लागी आग § गोदी के अंदर भगत राम राम रह्या टेर § समझा ले अपनो लाल री § होली आई रे फूलां री जोड़ी झरमटी योले § होली बी खेले ढप बी बजा |
§ जब साजन ही परदेस गये मस्ताना फागण क्यूँ आया
§ ढुंढ़वा दो बंसी मोरी जी § फागण के दिन चार री सजनी § माता यसोदा दही बिलोवे § मेरी नई नई जवानी बिगाड़ी रसिया § यासोदा तेरे लाल ने मेरी दी है मटकिया फोड़ § रसिया को नारी बनाओ री § रै चुन्दड़ी तेरा जुलम कसीदा § लिछमन के बाण लगा रै सक्ती लिछमन कै
|
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
सावन के हरियाणवी गीत |
|
§ झूलण जांगी ऐ मां मेरी बाग में री
§ हरे रंगीले बाग़ में, बाजे कृष्ण की बांसरी § मीठी तो कर दे मेरी मां कोथली § मेरे ससुर ने बाग लगाया रे डाली डाली पे अनार § मेरी पींघ तले री लांडा मोर § सात जणी का हे मां मेरी झूलणा जी § तीजां का त्योहार रितु सै सामण की § नांनी नांनी बूंदियां हे सावन का मेरा झूलणा § आई री सासड़ सामणिया री तीज § सामण आया हे मां मेरी मैं सुण्या जी § मोटी मोटी बून्दां झले पै आई § हे री आई सै रंगीली तीज § आया आया री सासड़ सामण § नांनी नांनी बूंदियां मीयां बरसता हे जी § झूलण आली बोल बता के बोलण का टोटा § मुड़ मुड़ डालै झूलती सुनहरी ढोला § हरी ए झंजीरी मनरा न पहरूं § घड़ा ए घड़े पै दोघड़ चन्दो पाणी नै जाये जी § सामण आया हे सखी सामण के दिन चार § आठ बुल्दां का रे हालिड़े नीरणा § मेरे गोरे बदन पै रंग बरसै |
§ बर के गोदे झूलती रे बिटाऊ ढोला सात सहेलिन
§ रे गगन गरजै झिमालै बिजली § सामण का महीणा मेघा रिमझिम रिमझिम बरसै § तीजां बड़ा त्योहार सखी हे सब बदल रही बाना § झुक जाय बादली बरस क्यूँ ना जाय § हे री सखी सावन मास घिरण लाग्यो § ऊंची कीकर हे मां मेरी पालना री § कड़वी कचरी हे मां मेरी कचकची जी § हरी ये जरी की हे मां चुन्दड़ी जी § सासड़ नै भेजी हे मां मेरी चुंदड़ी जी § सासू तो बीरा चूले की आग § लाल कुसमियां पुगाइयो मेरे बाबल § कच्चे नीम्ब की निम्बोली § मीट्ठी तो कर दे री मोस्सी कोथली § झोलै मैं डिबिआ ले रह्या § आया तीजां का त्योहार § लाट्टू मेरा बाजणा, बजार तोड़ी जाइयो जी § घोलो री नंणद मेंहदी के पात
|
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
खेती-बाड़ी के हरियाणवी गीत |
|
· न्यूं कह रही धौली गाय
· ताकतवर बलवान बना · पांच पंचास की नाथ घड़ाई · धरती माता नै हर्या कर्या · बनवारी हो लाल कोन्या थारै सारै · हालिड़े हालिड़े हल घड़वा ले ओरणा · बाजरे की रोटी पोई रे हालिड़ा · कात्यक बदी अमावस आई · ईख नलाई के फल पाई |
· उड़ जा रे कागा लेजा रे तागा
· बोया बोया री मां मेरी बणी · ऊपरां बादलिड़ा ऊपरां क्यूं जा · बोहत सताई ईखड़े तन्नै बोहत सताई रे · अरे न्यूं रोवै बुड्ढा बैल · पड़ते अकाल जुलाहे मरे · एक रोटी को बैल बिका · पड़ा रहा छपपनियां का काल |
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
देवठणी ग्यास के हरियाणवी गीत |
|
§ हे दे सोई हे साड़’र मास
§ डाभ कटाओ हे § ओरै धोरै धरी दातनां |
§ हे दे सुत्तीड़ा साढ मास
§ ओरै धोरै धरे अनार
|
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
हाथ से चक्की पिसते हुए हरियाणवी गीत |
|
· मैं तो माड़ी हो गई राम
· चाकी पै धर्या पीसणा चाकी का भार्या पाट · ऊठ बहू मेरी पीस ले · ठंडे से केले के नीचे नींद बड़ी आवे री · चाकी बड़ी दुखदाई बलम मेरे झो के तवाई |
· तमतै चाले नौकरी म्हारा कौन हवाल
· गीले गीले जौ का पीसना री · सासरे के चा में छोरी बालदी बी कोन्या ए · पाणी पिला दे भरतार · हो रबझब की गैल डिगर गया |
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
रहन-सहन के हरियाणवी गीत |
|
· देसां मैं देस हरियाणा
· जाड़ा लागै पाला लागै खीचड़ी निवाई · काला दाम्मन चक्कर काटै · दिल्ली की दलाली · सास री भार्या सा दामण सिमा · उजला भोजन गाए धन · मीठी लागै बाजरे की राबड़ी रै |
· बाजरा कह मैं बड़ा अलबेल्ला
· आध पाव बाजरा कूट्टण बैठी · म्हारो मीठो लागै खीचड़ो · बाजरे की रोटी पोई रै हलिड़ा · सुण कमला गोरी भाण हे बेबे · इब की छोरी न्यूं बतलाई · नाई के रे नाई के ल्याइए कमला नैं |
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
सैनिको के बारे में हरियाणवी गीत |
|
· क्यों पड़ा है रे धरती म, लिखवा ले नाम भरती में
· पिया भरती मैं होले ना · कदी दुनिया में रणधीर डर्या नहीं करदे · बांका रहिए जगत में · भरती हो लो रै बाहर खड़े रंगरूट · जा साजन या तेरी जवानी |
· भूरे की माता बोलती सुण भूरा मेरा
· माना की माता बोलती मेरा माना आइये · जरमन तेरा जाइयो नास · जरमन ने गोला मार्या · कर देस की रकसा चाल · साथ रहनिया संग के साथी, |
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
हरियाणा के भक्ति संबंधी लोकगीत |
|
§ राम अर लछमण दशरथ के बेटे
§ नमो नरंजन मात भवानी § मुझ सेवक की लाज राख § अजी सुन्दर गल में माल मात § नगरकोट में बासा राणी § ऊँचा री कोट सुरंग देवी जालमा § पहल सारदा तोहे मनाऊं § पहले आवै री माता जुलजुली § माता! किन तेरा बाग लगाइयां § मैया राणी! मसाणी सेढ मनाहीं सां § करूं कढ़ाई गुलगुला सेढल माता धोकन जाय § देवी के पर्वत चड़ती चौलण पाट्या ए मां § उठ जाग रै मुसाफिर किस नींद सो रह्या है § तू परेम के रंग मैं रंग दे चोला आण रे बनवारी § या पंचाती धरमसाला क्यूं करदा झूठी मेर रे § कित रम गया जोगी मंढी सूनी § मेरी तेरी कोन्या बणै रे मन ऊत |
§ मन डटदा कोन्या डाटूं सूं रोज भतेरा
§ दुनिआं मैं रे बाबा नहीं रे गुजारा किसी ढब तै § लोभ मोह उड़ै दोनूं ए कोन्यां धर्म तुलै सै हमेस § बागां मैं दुख सै बगीचां मैं दुख सै § बेबे हे करम्यां की गत न्यारी § दुख देते मात पिता को वे नहीं धरम के लाल जी § गलती मैं जो कुछ बणी सो बणी § बहणो सुणो लगा के कान § गजराई नै टेर लगाई गज घंटा दिया बजाई § मुख तै बोलो रे जै जै सीता राम § भजन हरि का कर प्राणी § हरि भज ले हरि भज ले § ईसवर के गुण गाइये मेरी बहना § हे राजा राणी चले बनबास बड़ तले ला लिया डेरा § दे दे करण तैं दान जाचक खड़े साह्मणै § सात सखिआं के झूमके राधे न्हाण चाली हो राम § हे हर जी ल्याए हैं झोली भर फूल § ए जी जित बांटे झोली भर फूल |
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
मृत्यु के हरियाणवी गीत |
|
§ हाय हाय मेरा खिवैया
§ अरे मेरे करम के खारे जल गए § चलत पिरान कैसे रोयऊं पिरिया § ब्याही थी रे बिलसी नाहीं |
§ गोरी गोर बियासनी बच्ची मोरनी ए
§ हाय हाय हे बागां की कोकिल § हाय हाय बागां की कोयल § जब तौं घर तैं लीकड़या गभरू सेर जुआन |
हरियाणा के प्रमुख – लोकगीत (Folk/Cultural Songs of Haryana) – haryana gk
कुछ अन्य प्रसिद्ध हरियाणवी सिनेमा लोकगीत (कुछ प्रमुख हरियाणवी फ़िल्में – धरती, चन्द्रावल, लाडो, हरफूल जाट झुलानी वाला, बीरा शेरा, जाट, लाडो बसंती, गुलाबो, लम्बरदार, फागुन आयौ रे, जाट हरियाणे का, जाटणी, लाल रंग इत्यादि) |
|
§ मेरे सिर पर बंटा- टोकणी
§ नैन कटोरे काजल डोरे § मेरा चुन्दड मंगा दे हो , हो नन्दी के बीरा § मेरा नौ डांडी का बीजणा § जीजा तू काला मै गोरी घणी § मेरा दामन धरा री तकियाले में § मेरी री सास के पांच पुत्र थे § मत छेड़ बलम मेरे चुन्दड न |
§ तेरा पल्लो लटके हे
§ आधी सी रात मेरी (हवेली में घुस आये चोर) § बना गिरी छुआरे § पानी आली पानी प्यादे § म्हारी गली में सपेरा § मेरी छतरी के निचे आजा, क्यों भीजे कमला § तू राजा की राज दुलारी |
If you like and think that haryana gk article “Folk Songs of Haryana/ Haryana cultural songs” is helpful for you, Please comment us. Your comments/suggestions would be greatly appreciated. Thank you to be here. Regards – Team SukRaj Classes.