skip to Main Content
हरियाणा की जलवायु और वर्षा – Rainfall In Haryana

हरियाणा की जलवायु और वर्षा – Rainfall in Haryana

Haryana GK topic- “हरियाणा की जलवायु और वर्षा – Climate of Haryana/Rainfall in Haryana”, is important section of haryana gk for HSSC and HCS exams. Many questions were asked in pervious year’s Haryana state competitive exams from this haryana gk topic. Let’s start the topic: हरियाणा की जलवायु और वर्षा-Rainfall in Haryana.

हरियाणा की जलवायु और वर्षा – Rainfall in Haryana

हरियाणा की जलवायु और वर्षा की स्थिति   (Climate and Rainfall in Haryana)

हरियाणा की जलवायु:

  • समुद्र से दूर स्थित होने के कारण हरियाणा राज्य की जलवायु – उपोष्ण कंटीबंधीय शुष्क महाद्वीपीय (Continental) जलवायु है।
  • महाद्वीपीय स्तिथि, हरियाणा में उत्तर-पश्चिमी विक्षोभ एवं दक्षिणी-पश्चिमी मानसून जलवायु का निर्धारण करती है।
  • हिमाचल प्रदेश की सीमा से लगे हरियाणा राज्य के उत्तरी क्षेत्र में उपोष्ण आर्द्र जलवायु पाई जाती है, जबकि राजस्थान की सीमा से लगे दक्षिणी क्षेत्र में शुष्क जलवायु पाई जाती है।
  • हरियाणा में, सबसे गर्म महीने- मई और जून होते हैं, जब तापमान 48° डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है तथा सबसे ठंडे महीने दिसंबर और जनवरी रहते है, जब तापमान 0° डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है।
  • हिसार और नारनौल जिले गर्मियों में सबसे गर्म तथा सर्दियों में सबसे ठंडे शहर होते हैं।
  • कोप्पेन वर्गीकरण के अनुसार राज्य में तीन जलवायु-क्षेत्र पाए जाते हैं:
      1. राज्य के पश्चिमी तथा मध्य हिस्सों में जलवायु – अर्द्ध शुष्क है। यहाँ स्टैप्स प्रकार की घास, कांटेदार झाड़ियाँ प्रमुख वनस्पति हैं।
      2. उत्तरी तथा पूर्वी क्षेत्रों में जलवायु – गर्म भूमध्यसागरीय है।
      3. दक्षिणी क्षेत्रों की जलवायु – मरुस्थलीय (शुष्क) है।

हरियाणा में तीन मुख्य ऋतुयें हैं:-

  1. ग्रीष्म ऋतु:- (मार्च से जून)- दक्षिणी पश्चिमी हरियाणा में ‘लू’ (एक प्रकार की गर्म और शुष्क हवा) चलती है। ये हवाएं – निर्जलीकरण व बुखार जैसी बिमारियों का कारण भी हैं।
  2. वर्षा ऋतु:- (जुलाई से मध्य सितम्बर तक)
  3. शीत ऋतु:- (मध्य सितम्बर से मार्च)- हरियाणा के उत्तरी शिवालिक क्षेत्रों में सर्दियों में तापमान शून्य से नीचे चला जाता है जबकि दक्षिणी पश्चिमी भाग में – शुष्क ठण्ड होती है।

हरियाणा में वर्षा की स्तिथि (Rain fall in Haryana)

Average Annual-rainfall-in-Haryana

  • हरियाणा राज्य के दक्षिणी-पश्चिमी भू –क्षेत्र में औसत वर्षा – 300 मिलीलीटर तथा शिवालिक की पहाडियों में औसत वर्षा – 1100 मिलीलीटर तक होती है।
  • ‘Rain water harvesting organization of India’ के अनुसार हरियाणा का वार्षिक वर्षा औसत – 617 मिलीमीटर (61.7 cm) है।
  • हरियाणा की कुल वर्षा का 80% भाग जुलाई से सितम्बर के मध्य और 10 -15% भाग पश्चिमी विक्षोभों के कारण जनवरी से मार्च के मध्य होता है।
  • करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर और अंबाला जिलों के कुछ हिस्सों को छोड़कर पूरे राज्य में वर्षा कम और अनियमित है।
  • हरियाणा का सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र – यमुनानगर, अम्बाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, सोनीपत और पानीपत है।
  • हरियाणा का कम वर्षा वाला क्षेत्र – सिरसा, हिसार, भिवानी, दादरी, रेवाड़ी, रोहतक, फरीदाबाद, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ हैं।

Also Read:

हरियाणा की भौगोलिक स्थिति-Geographical Structure of Haryana

हरियाणा की प्रमुख नदियां और उनका प्रवाह तन्त्र – River System of Haryana

HSSC Exams के लिए कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी

  • हरियाणा की जलवायु कैसी है – उपोष्ण कंटीबंधीय शुष्क महाद्वीपीय (Continental) जलवायु
  • हरियाणा में महाद्वीपीय जलवायु (Continental) होने का क्या प्रमुख कारण क्या है :- हिमालय पर्वत से दूरी
  • हरियाणा में जुलाई से सितम्बर माह तक होने वाली वर्षा को क्या कहा जाता है – दक्षिणी-पश्चिमी मानसून पवन
  • हरियाणा के किस क्षेत्र में सवसे आधिक वर्षा होती है – उत्तरी-पूर्वी क्षेत्र में
  • हरियाणा की औसत वार्षिक वर्षा क्या है:- 617 मिलीमीटर (7 cm)
  • हरियाणा में सबसे ज्यादा वर्षा वाला जिला – यमुनानगर
  • हरियाणा में सबसे कम वर्षा वाला जिला – सिरसा

For More: Haryana G.K.

If you like and think that haryana gk article  “हरियाणा की जलवायु और वर्षा-Climate of Haryana/Rainfall in Haryana” is helpful for you, Please comment us. Your comments/suggestions would be greatly appreciated. Thank you to be here. Regards – Team SukRaj Classes.

Back To Top
error: Content is protected !! Copyrights Reserved